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]]>मेरे मामाजी दिल के बहुत अच्छे हैं और वह बड़े ईमानदार आदमी भी हैं उनकी सब लोग बहुत तारीफ करते हैं, जैसे ही मेरी मम्मी आई तो वह मुझे कहने लगी तुमने मामा को चाय पानी कुछ पिलाया मैंने मम्मी से कहा हां मम्मी मैंने मामा को कॉफी पिला दी थी फिर मम्मी और मामा साथ में बैठ गए मामा जी ने मम्मी से कहा कि मैंने अगले महीने अपने रिटायरमेंट की पार्टी रखी है और आप लोगों को घर पर आना है मम्मी कहने लगी अगले महीने तुम रिटायर हो रहे हो? मामा जी ने कहा हां बहन मैं अगले महीने रिटायर हो रहा हूं।
मम्मी और मैं मामा के साथ मैं भी बैठे हुए थे, मम्मी ने कहा देखो समय कितनी तेजी से चलता है समय का कुछ पता ही नहीं चला अब तुमने अपने बच्चों की भी शादी कर दी है और हमारी भी बच्चों की शादी हो चुकी है बस प्रियंका की शादी होनी बची है और सब कुछ कितने जल्दी से हो गया तुम अब रिटायर भी होने वाले हो मम्मी मामा से कहने लगी तो मामा जी ने भी कहा हां बहन तुम बिल्कुल सही कह रही हो समय का तो बिलकुल पता ही नहीं चला कैसे समय इतनी तेजी से गुजर गया मुझे भी अपनी नौकरी का भी कुछ पता नहीं चला कि मुझे इतने वर्ष नौकरी करते हुए हो गए मुझे कुछ मालूम ही नहीं पड़ा।
मैंने मामा जी से कहा मामा जी आप फिर पार्टी में क्या क्या कर रहे हैं मामा कहने लगे बेटा तुम आ जाओ अभी से बता कर कोई फायदा नहीं है, मैंने मामा से कहा ठीक है मामा जी मैं तो वैसे भी आऊंगी और थोड़ी देर बाद मामा जी घर चले गए जब मामा जी चले गए तो उसके कुछ देर बाद ही पापा आ गए और मैंने पापा से कहा पापा आज मामा जी आए थे मम्मी भी कहने लगी कि वह अगले महीने रिटायर हो रहे हैं और वह हमें बुलाने के लिए आए थे, पापा कहने लगे चलो यह तो अच्छी बात है। कुछ समय बाद हम लोग मामा के घर चले गए जब हम लोग मामा के घर गए तो वहां पर काफी भीड़ थी हम लोगों ने मामा जी को रिटायरमेंट की बधाइयां दी और उन्हें कहा अब आप का आगे का जीवन बड़ा ही अच्छा बीते आपने इतने समय अपने नौकरी को दिए हैं अब कुछ समय अपने परिवार को भी दीजिए, पापा ने उन्हें गले लगा लिया और मम्मी ने भी उन्हें बहुत बधाइयां दी इस बात से मामा जी भी बहुत ज्यादा खुश हो गए थे और मामा जी कहने लगे आप लोग आज हमारे घर ही रुकेगा पापा ने कहा ठीक है आपकी बात कैसे टाल सकते हैं आज आप इतने खुश हैं तो और आज के बाद आप तो अपने परिवार को ही समय देंगे।
मैं भी बहुत ज्यादा खुश थी इतने समय बाद हमारा पूरा परिवार एक साथ था मैं सब को देख कर बहुत खुश थी और सब लोग बड़े ही मस्ती में थे मामा जी ने भी उस दिन डांस किया उनका डांस देखकर मुझे बहुत हंसी आ रही थी लेकिन उनकी खुशी में हम लोग शामिल होने आए थे और मैंने भी उस दिन जमकर डांस किया लेकिन जब एक व्यक्ति वहां पर डांस करने आये तो वह बड़ा ही अच्छा डांस कर रहे थे उनकी तरफ सब देख रहे थे और सब लोग तालियां बजा रहे थे मैं उन्हें जानती नहीं थी लेकिन उनके डांस से बहुत ज्यादा प्रभावित हो गई थी मैं उनके बारे में जानना चाहती थी और मैंने उनसे ही यह बात पूछ ली, उन्होंने मुझे कहा मेरा नाम अमित है और मैं यही पास में रहता हूं।
मैंने उन्हें बताया कि आप का डांस मुझे बहुत अच्छा लगा तो वह कहने लगे मैं आपका बहुत बहुत धन्यवाद कहता हूं जो आपने मेरे डांस की तारीफ की और उसके बाद मैं उनसे बात कर के अपने आप को बहुत अच्छा महसूस करने लगी, उनकी बातों में भी जैसे एक अलग ही जादू था मैं उनकी तरफ पूरी तरीके से खिंची चली गई मेरे साथ पहली बार ही ऐसा हुआ था कि कभी मैं किसी की बातों से ज्यादा प्रभावित हुई थी और कोई व्यक्ति मुझे इतना ज्यादा प्रभावित कर पाया था मैंने अमित जी से कहा की सर क्या आप मुझे भी डांस सिखाएंगे तो वह कहने लगे क्यों नहीं आपको जब भी मौका मिले तो आप मुझे मिल लीजिएगा मैं आपको जरूर डांस सिखाऊंगा।
उनके चेहरे पर बहुत ही खुशी थी लेकिन उस खुशी के पीछे शायद उनका दर्द भी छुपा हुआ था, मैं उनके बारे में ज्यादा नहीं जानती थी लेकिन जब मुझे मेरे मामा जी ने बताया कि वह दिल के बहुत ही अच्छे हैं वह जिस भी पार्टी में जाते हैं तो वहां पर वह चार चांद लगा देते हैं लेकिन उनके साथ बहुत ही बुरा हुआ, मैंने मामा जी से पूछा कि आखिर ऐसा क्या हुआ तो मामा जी कहने लगे अमित की शादी करीब 5 वर्ष पहले हुई थी हम लोग भी वहां पर गए थे और हम लोग शादी में बड़ा ही इंजॉय कर रहे थे क्योंकि अमित सबकी खुशियों में हमेशा शरीक होते हैं और वह सब के दुख में भी शरीक होते हैं वह दिल के बहुत ही अच्छे व्यक्ति हैं।
उन्होंने लव मैरिज की थी और जिस लड़की से उनकी शादी हुई थी वह भी उनसे बहुत प्यार करती थी लेकिन ना जाने ऐसा क्या हुआ कि एक दिन वह घर से भाग गई और इस बात का अमित पर बहुत ज्यादा बुरा प्रभाव पड़ा लेकिन उसके बाद भी वह बिल्कुल नहीं बदले हैं वह हमेशा खुश रहने की कोशिश करते हैं और उन्हें देखकर कोई भी यह नहीं कह सकता कि वह इतनी ज्यादा तकलीफ में है लेकिन वह किसी से भी यह बात नहीं कहते हैं। इस बात को सुनकर मुझे भी बहुत बुरा लगा और लगा कि अमित के साथ कितना ज्यादा बुरा हुआ मैं उनकी बातों से बहुत ज्यादा प्रभावित होती, उनसे मैंने उसके बाद काफी देर तक बात की उस दिन हम लोग वहीं रुकने वाले थे इसलिए मैंने मम्मी से कहा मम्मी मैं अभी आती हूं, मैं जब रात के वक्त छत में टहल रही थी तो मेरे दिमाग में सिर्फ यही बात आ रही थी कि अमित जी के साथ कितना बुरा हुआ और उनके जैसे व्यक्ति को उनकी पत्नी ने कैसे छोड़ दिया वह दिल के बहुत अच्छे हैं और ना जाने ऐसा उनके साथ क्या हुआ कि उनकी पत्नी को उन्हें छोड़ना पड़ा मैं इसी दुविधा में थी और मेरे दिमाग में सिर्फ यही बात चल रही थी।
Bur Chudai रेशमा की काली चूत
मैंने अपनी एक सहेली को फोन किया और उसे अमित जी के बारे में बताया तो वह कहने लगी अरे यार उनके साथ तो बहुत बुरा हुआ और ऐसे लोगों के साथ इतना गलत होना वाकई में बहुत ही बुरा है। मैंने जब फोन रखा तो मेरी मम्मी मुझे आवाज देने लगी और मुझे वह नीचे बुलाने लगी मैंने मम्मी से कहा मम्मी बस कुछ देर बाद आती हूं। मैंने देखा सामने की छत में कोई व्यक्ति सिगरेट पी रहे थे लेकिन उनका चेहरा नहीं दिखाई दे रहा था वह मेरी तरफ देख रहे थे तब मैंने अपने मोबाइल की टॉर्च से देखा तो मुझे पता चला वह तो अमित जी हैं, मैं उन्हें देखते रही।
वह मुझे हाथ से इशारे करने लगे और कहने लगे तुम छत में क्या कर रही हो। मैंने उन्हें कहा बस ऐसे ही टहल रही हूं लेकिन मेरा उनसे मिलने का मन होने लगा। जब रात को सब लोग सो गए तो मैं चुपके से घर से बाहर निकल आई अमित जी उस वक्त भी छत पर ही थे मैं उनके साथ उनके घर में चली गई। मुझे नहीं पता था कि उनके घर में कोई नहीं है जब हम दोनों साथ में थे तो वह मुझे अपनी दुख भरी कहानी सुनाने लगे। मै उनकी तरफ पूरी तरीके से खींची चली गई, उन्होंने मुझे कहा मैं क्या कर सकता हूं लेकिन मुझे खुश रहना पड़ता है। मुझे भी उन पर दया आने लगी मैंने उनके होठों को किस कर लिया जब मैंने उनके होठों को चूमना शुरू किया तो वह भी मुझे अपनी बाहों में लेने लगे उन्होंने मुझे वहीं नीचे लेटा दिया, उन्होंने मेरे स्तनों को चुसना शुरू किया तो मेरे अंदर से गर्मी निकलने लगी और मुझे बहुत अच्छा महसूस होने लगा।
मेरे शरीर से इतनी ज्यादा गर्मी निकलने लगी कि मैं अपने आप पर काबू नहीं रख पा रही थी उन्होंने कपड़े खोलकर मुझे नंगा कर दिया, उन्होंने मेरी चूत को चाटा और मुझे कहने लगे तुम्हारी चूत बहुत ही टाइट है, तुम्हारी चूत में एक भी बाल नहीं है उन्होंने मेरी चूत का बहुत देर तक रसपान किया। जब उन्होंने अपने 10 इंच मोटे लंड को मेरी योनि के अंदर डाला तो मैं चिल्लाने लगी मुझे दर्द होने लगा मेरी योनि से खून का बाहव होने लगा। मैंने उन्हें कहा आपने तो मेरी चूत फाड़ दी अमित जी ने कुछ नहीं कहा। वह मुझे धक्के देते रहे उनके धक्के इतने तेज थे मेरा शरीर पूरा तरीके से हिलने लगा। मुझे ऐसा लगा उनका लंड मेरे पेट के अंदर तक जा रहा है परंतु उन्होंने मेरे साथ बहुत देर तक संभोग किया, मेरी चूत में बहुत ज्यादा दर्द होने लगा था।
मैंने उन्हें कहा मैं अब चलती हूं मैं वहां से चुपचाप रात के वक्त चली आई, रात भर मेरी योनि में दर्द होता रहा लेकिन मुझे उसके बाद बहुत प्यारी नींद भी आ गई, मेरी सील अमित जी ने तोड़ दी थी।
उसके बाद में अमित जी से कभी नहीं मिली लेकिन उनकी यादें अब भी मेरे दिल में है।
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]]>अब कहानी पार आते है मेरा एक फ्रेंड है उसकी आगे 29 य्र्स ओल्ड है हमारा घर आस पास ही है . घर की वॉल लगी हुई है . उसकी एक सिस्टर है जो अभी अभी 18 की हुई है लास्ट वीक ही . मैने उससे वैसे देखा है सुंदर है काफ़ी स्लिम लंबी और गोरी भी. कोई भी लड़का उस्स पर मार मिट जाए इतनी सुन्दार. मुझे अची लगी है वो पर कभी बोल नि पाया दोस्ती के कारण. वो मेरी सिस्टर की भी फ्रेंड है बहुत अची. घर आना जाना है उसका. मेरे घरवाले एक शादी मई गये थे
मई अकेला था घर पर. जब मई अकेला होता हू तो बहुत मस्ती करता हू. मुझे न्यूडिटी से बहुत प्यार है, मुझे नंगा रहना बहुत पसंद है . मई नंगे नगे ही घर के सारे काम करता हू. म्यूज़िक लगा के डॅन्स भी .
जब मई अकेला था तो मेरी दूर्वेल्ल बाजी , मुझे लगा की कोई मेरा ही फ्रेंड होगा. जल्दी से मैने टवल लपेट ली. पर मई अप्पर नंगा ही था और टवल के अंदर भी , जब मैने गेट ओपन किया तो वो ही थी .शी स्माइल्स और बोली की भैया ये खाना मम्मी ने भेजा है आपके लिए . मैने काह ओक अंदार्र आजओ. वो बोली नही पर वो अंदर आना छाती थी . वो मेरे चेस्ट को बार बार देख री थी ,वो अंदर आके बैठ गी मेरे दोबारा कहने पार मैने कह रूको मई तुमहरे लिए चाइ लेके आता हू .
पहले तो माना कर्नेलागी फिर मान गयी ये बोलके की वो भी अभी अकेली है घर पे मम्मी मार्केट गयी है मई उसके सामने बैठ गया गया और उससे बात करने लगा. उसके बारे मई जानने लगा तभी धयन आया की मैने तो चाइ बनानाए को रख दी है जल्दी मई उठा वैसे ही मेरी टवल टेबल मई फास गी औट खुल गी . उसने मेरे बट्स को देख लिया और मेरी नज़रे उससे मिल गी मैने जल्दी से टवल लपेटा और किचन मई चाइ लेने चला गया.चाइ लेके आया तो शी वाज़ स्माइलिंग उससे देख कर मई भी स्माइल कर दिया . मैने उससे बोला तोड़ा साइड हो मई उसके पास ही आकर बैठ गया.
मैने उससे बोला की चाइ पीलो . तभी वो बोली क इएक ग्लास पानी देव दो, मई उठा और फिर से मेरी टवल फास गयी और फिर से खुल गयी और मेरा पैर भी फास गेया टेबल ई साइड मई और मई उसके अप्पर आ गिरा, मैने काफ़ी कंट्रोल किया काफ़ी फिर भी मेरा एक हॅंड उसके बूब्स पर जाके रुका और एक हॅंड साइड मई होठ होठसे जा लगे…
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मई तो खो सा गाय उंसकी होटकी सुंदरता मई. जैसे ही उठने को हुआ मेरा हॅंड चाइ पे लगा और चाइ मेरे हॅंड पे फैल गयी मई जल्दी से ही बातरूम की तरफ गया.
मुझे बा कुछ समझ न ई आ रहा था आज क्या हो राहा है
तभी मेरे माइंड ने अपनी शैतानी बत्ती जला दी और मैने उससे आवाज़ दी .
वो जैसे ही रूम मई आई मैने उससे काज़ के पकड़ लिया पीछे से और उसकी गर्दन पर किस करने लगा और उसके कान को जीब से चाटने लगा, वो मेरा साथ देने लगगी मैने उससेके होतो पे किस किया उसके होतो को मूउः म्भर लिया अपनी जीब से उसकी जीब भर ली उसके बूबसको दबाने लगा
थोड़ी देर के बाद मैने उसके गोदी मई लिया और बेड पे डाल दिया और उसके अप्पर आ गया. उसके टॉप को अप्पर किया और उसके पेट पे किस करने लगा मज़ा आने लगा मुझे और उसके मूउः से आवाज़ आने लगी .
उसका टॉप उतार दिया मैने उसने अंदर कुछ नि पहना था उसे दो कबूतर आज़ाद थे मैने एक एक करके दोनो चूसना सुरू किया मज़ा आ राह था दोनो को . मैने उसकी शॉर्ट का बटन खोलडिया और उससे नीचे की तरफ खीच दिया और पैरो मई लेके उतार दिया. वओ क्या लग री थी वो उसकी टाँगे कितनी सुंदर थी हिरनी जैसी अब वो मेरे सामने पनटी मई थी ब्लॅक कलर की . क्या क्यमत लग री थी वो
मैने अपना मूउः अप्पर से ही टीका दिया उसकी चूत चाटने लगा और वो पागल से होने लगी. चूत की साइड को मई उंगली से रब करने लगा. उसके बात उसकी चड्डी उतार दी मैने. उसकी चूत पे सुनहरे बाल थे छोटे छोटेउसकी चूत की सुंदरता की मई क्या तारीफ करू , जितनी करू उतनी काम है . इतनी सुंदर छूट हर किसी लड़की नि होती , वैसे सभी चूत सुन्दर होती है.
उसके बाद मैने अपना लंड उसकी चूत पे टीका दिया और उसके पैरो को फोल्ड करके उसके मूउः तक ले आया और अपने लंड का प्रेसूर्रे उसकी चूत पे बनाने लगा उसके मूउः से आवाज़ आने लगी वो एंजाय कर री थी शायड. उसके बाद मई अपने लंड को उक्सी चूत मई घुसना लगा वो बोली की दर्द हो रहा है मैने अपना लंड बाहर निकाल लिया और उसकी चूत को फिर से चाटने लगा इश्स बार मैने उसकी चूत को अंदर तक चटा और रास्ते को पूरा गीला कर दिया जीब सेआब मैने फिर से अपना लंड उसकी चूत पे टीका दिया और फिर एक शॉट मई अपना पूरा लंड उसकी चूत मई उतार दिया अंदर तक.
उसकी चीक्क निकल गयी , वो अपने अप्पर से हटाने की कोशिश करने लगी पर वो मुझे नि हटा पाई मई थोड़ी देर ईयसे ही रहा और वो चीकती छिलाती रही उसकी आवाज़ मई एक लगा एहस्सा तोउसके बाद मैने अपना लंड बाहर निकाला तो देखा की मेरा लंड पर ब्लड लगा है , पर ज़डा नि था और उसकी छूट पे भी तोड़ा सा ही सा और फिर से एक बार मैने पाना लंड अंदर डाला.अब मई धक्के दें लगा. उसकी चूत मेरे लंड से ऐसे चिपक गी जैसे जन्मो का साथ हो चूत और लंड का.
उसने मेरे लंड को काज़ के पकड़ किया वो मेरेल अंड के साथ आयेज पीछे होने लगी.
हमारी चुदाई चल ही री थी तभी उसकी मा का फोन आ गया. उसने फोन उठाया तो पता चली की वो घर आ गयी है और गेट पर उसका इंतज़ार कर री है .हमारी चुदाई अधूरी रह गी उसने कपड़े पहने और वो अपने घर चली गयी.
उसके बाद हम दो दिन के बाद फिर से मिले. बोल री थी की अब उसको बहुत खुजली हो री है .
आप लोगो को फिर बतौँगा कभी की आयेज मैईएन कैसे उसकी चूत ली खुल के और गॅंड भी. अभी तक मैने काफ़ी लड़कियो की सील ब्रेक की है और सभी को सेक्स मई फुल सॅंटुस्त किया है Kai बार की चुदाई के बाद तो हम दोनों ने बहुत बार सेक्स किया और बहुत मजा लिया. वो सेक्स कहानी फिर कभी लिखूंगा.
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