The post लंड चुसवाने का मज़ा ही कुछ और है.. appeared first on Antarvasna.
]]>उसकी उम्र 21साल की है. मेरे पापा व्यपारी है ओर मम्मी बैंक मैं नोकरी करती है. chudaibhaise
ओर मुझे क्रिकेट का बहुत शोक है. मैं क्रिकेट खेलता भी हूँ. ओर मेरी बहन मुझसे हमेशा लडती थी. ओर कहती है की भाई आप क्रिकेट मत खेला करो. आपके कपड़े खराब हो जाते है ओर बाद मैं आप मुझे अपनी क्रिकेट की कहानी बताते हो. फिर भी मैं जब भी क्रिकेट खेल कर आता था तो उस को बताता था. ओर वो मुझसे नाराज़ हो जाती थी.
एक दिन की बात है. मैं क्रिकेट खेल कर घर आया तो मैं सीधा परी के कमरे पर चला गया. ओर मैने देखा कि बाथ कमरे का दरवाजा हल्का सा खुला था. ओर परी नहा रही थी तो मैंने परी को नहाते देखा तो मैं दंग रह गया. पूरा नंगा बदन था ओर उस पर उसकी चड़ती जवानी थी उफ़ क्या बात है.
Hindi chudai – ऐसा चोदना की मैं रो पडू
ये गोरी गोरी ओर मोटी गांड ओर गुलाबी चूत ओर वो भी पानी में गीली. मेरा तो लंड ही खड़ा हो गया ओर मेरा दिल कह रहा था कि अभी जाकर अपनी ही बहन को चोदूँ मगर मेरी हिम्मत ही नही हुई तो मैं वापस अपने कमरे मैं चला गया वहाँ जाकर परी के बारे मैं सोचने लगा ओर उसके नाम की मुठ मारने लगा.
मुठ मारते ही मैने सोच लीया था. कि मैं अब अपनी बहन को चोदूँगा. चाहे कुछ भी हो जाए. एक दिन में अपने कमरे मैं लेटा हुआ था तब में परी के बारे मैं सोच रहा था. ओर मेरा लंड खड़ा था तो इतने समय मैं दरवाजा खुलने की अवाज़ आई ओर मैंने आंखे बंद कर ली. इतने मैं परी अंदर आई ओर मेरा खड़ा लंड देख कर एक दम बोल पड़ी भैया ये क्या है ओर ये बोल कर बाहर आ गई. chudaibhaise
ओर मैंने आँख खोली तो वो कमरे से जा चुकि थी. मैं बिस्तर से उठ कर कमरे के बाहर चला गया ओर नहा कर दोस्तों के साथ घूमने चला गया ओर वहाँ मैंने अपने एक अच्छे दोस्त सौरव से बात की ओर उसको मैने ये नही बताया कि वो लड़की मेरी बहन है या कोई ओर मैंने कहा मैं एक लड़की को चोदना चाहता हूँ.
तो कैसे चोदू तब उसने बताया की वो भी किसी लड़की को चोदना चाहता था. मैंने पूछा कैसे तो उसने कहा यार मैने एक कमरे लीया था. ओर रात को वहाँ टीवी का चेनल ही ऐसा था कि वो भी राज़ी हो गयी. अच्छा यार मगर मैं तो बहुत डरता हूँ. सौरव ने कहा यार डरोगे तो कुछ भी नही कर पाओगे एक बार उसे बाहर लेकर जाओ. ओर वहा कोई अपना नही हो मैने कहा ठीक है. फिर मैं घर आया ओर मैंने परी को कहा कि इंडिया का मैच दिल्ली मैं है. क्या तुम मेरे साथ दिल्ली चलोगी प्लीज तो परी ने कहा मैं नही आ सकती हूँ तुम्हारे साथ.
मेरे बार बार मनाने पर उसने कहा पापा ओर मम्मी नही मानेंगे. तो मैने कहा कोई बात नही मम्मी को मैं मना लूँगा ओर पापा को तुम मना लेना. परी ने कहा पागल हो क्या? मैं पापा से बात करूंगी मुझे पागल कुत्ते ने काटा है क्या? तो मैने कहा प्लीज तो उसने कहा ठीक मैं कोशिश करती हूँ. पापा मानेंगे या नही फिर मैं अपने कमरे में आ कर सो गया ओर परी भी सो गयी फिर सुबह हुई तो परी पापा के पास गई पापा को मनाने के लिए. ओर मैं मम्मी के पास गया मम्मी को मनाने के लिए मम्मी तो मान गई. मगर पापा नही माने ओर मैने मम्मी को कहा प्लीज हमारी छुट्टीया है.
ओर अभी दो महीने बाकि है कालेज खुलने मैं आप पापा को कहो ना प्लीज एक महीने की तो बात है ना प्लीज मम्मी. तो मम्मी ने पापा को भी माना लीया. तब एक दिन हम दिल्ली जा रहे थे कि अचानक सौरव ही मिल गया. मैं परेशान हो गया अगर सौरव को पता चल गया की ये अपनी ही बहन को चोदना चाहता है तो मैं मर जाऊंगा. तभी सौरव ने कहा क्या बात है? कहाँ जा रहे हो मैने कहा यार दिल्ली जा रहा हूँ. chudaibhaise
मैंने तुम्हारी तरकीब इस्तमाल की थी मगर एक प्रॉब्लम है यार मेरे साथ मेरी छोटी बहन भी है. उसको भी साथ मैं लेकर ही जाऊंगा, क्या करूँ. सौरव ने कहा यार क्या करे तेरे ही घर वाले नही चाहते कि तू उसके साथ जाये. ये बोल कर वो चला गया तो मैं घर आया ओर सामान पेक करके मै परी को लेकर हम लोग बस पर आए ओर मम्मी पापा हमे छोड़ कर चले गये. मैने परी को देखा तो वो बहुत खुश थी.
मैंने परी को कहा मैं होटल मैं फोन कर लूं जब मैने दिल्ली फोन किया तो मैनेजेर ने कहा कि हमारे पास सिर्फ़ एक ही कमरा है. तो मैने परी को नही बताया ओर बस मैं बैठ गये ओर दिल्ली आ गये. दिल्ली आते ही होटल की तरफ़ से एक लड़का आया ओर हमको होटल ले गया वहाँ जाने के बाद परी को पता चला कि एक ही कमरा खाली है. तो मैंने कहा कि क्या करूँ? तो परी ने कहा कोई बात नही भाई एक ही कमरे मैं रहेंगे हम दोनो. हम कमरे मैं आ गये ओर मैने परी को कहा कि बेड एक ही है क्या करें?
अब तो उसने कहा भाई कोई बात नही है. मैं तो खुश हो गया हम लोग दिल्ली की होटल में रहे वहाँ की शाम भी बड़ी निराली थी. इस होटल में एक क्लब भी था. जिसमैं सेक्सी डांस होता था. मैने सोचा कि क्यू ना परी को ऐसी जगह घुमाऊ जिससे उसको सेक्स का शोक हो. तो मैं अगले ही दिन उस को मैं घुमाने लेकर गया जहाँ अँग्रेज़ भी थे. जो कि सिर्फ़ ब्रा मैं ओर पेंटी मैं थे.
वहाँ का माहोल बिल्कुल सेक्सी था. तो मैने कहा परी चलो नहाते है. तो परी ने कहा भाई मैं नही नहाउंगी मुझे शर्म आती है. आप ही नहा लो तो मैंने उस को कहाकि हम दूर चलकर नहाते है ठीक है. तो उसने कहा ठीक है तो हम बहुत दूर आ गये. chudaibhaise
वहाँ आकर मैने अपनी शर्ट उतारी ओर अपनी जीन्स भी उतार दी. अब मैं सिर्फ़ चड्डी मैं था परी देख कर बोली भाई आप को शरम नही है. कि मैं यहाँ हूँ ओर आपने अपने कपडे उतार दिए. तो मैंने कहा वो सब भी तो चड्डी मैं ही है ना तो क्या हुआ अगर मैं भी चड्डी मैं हूँ तो. उनको देख सकती हो ओर मुझे नही तो वो चुप हो गयी ओर बोली जो मन मैं आये करो ठीक मैने उसको कहा तुम भी नहा लो प्लीज मज़ा आएगा लेकिन वो नही मानी.
ओर मैं चलता गया पानी मैं. मेरी सफेद कलर की चड्डी थी. मैं नहा कर वापस परी के पास आया तो परी ने मेरी चड्डी की तरफ देखा तो एक दम देख कर खड़ी रह गई मैने कहा क्या हुआ? अब तो उसने कहा भाई आप कपड़े पहन लो. मैने जब नीचे देखा तो मेरी चड्डी मैं से मेरा लंड सॉफ नज़र आ रहा था.
जिसको देख कर वो बोली की भाई आप कपडे पहन लो प्लीज. तभी मैने कपड़े पहन लिए अब हम वापस होटल मैं आए तो मैने कहा तुमको डांस आता है. तो उसने कहा नही तो मैंने कहा चलो आज हम क्लब जायेंगे उसने कहा नही भाई पता नही वो कैसी जगह है.
मुझे अच्छा नही लगेगा मैने कहा मेरे कहने पर आज चलो प्लीज तो वो मान गयी. हम लोग रात को 11:00 बजे क्लब मैं आए तो हम हैरान हो गये कि लडकियाँ लड़कीयाँ डांस करती करती अपनी गांड लड़कों के लंड पर लगा रही है. परी ने कहा भाई तुम ये किस गन्दी जगह लेकर आए हो मैं जाती हूँ.
मैने कहा सिर्फ़ थोड़ी देर प्लीज तो वो रुकि इतनी देर मैं एक लड़की मेरे पास आई ओर मुझे किस करने लगी ओर अपनी चूत मेरे लंड पर लगाने लगी तो परी देख कर वाहा से गुस्सा हो कर चली गयी. मैं वापस कमरे मैं गया तो देखा कि वो रो रही थी मैंने कहा कि क्या हुआ तो उसने कहा भाई आप मुझे कैसी कैसी जगह लेकर जाते हो. मैने कहा ठीक है मुझे माफ़ करो मैं तुम को अब नही लेकर जाऊंगा. तो उसको चुप करवा कर मैने खान खाने के लिये बोला.
Sexy bhabhi – बगल की भाभी ने चुदाई की मुराद पूरी की
ओर खाना खा कर हम दोनो सोने लगे इतने मैं परी को नींद आ गयी. ओर मुझे नींद नही आ रही थी. मैने देख कि परी सो गई है तो मैने अपनी एक टांग उसकी टाँगों के उपर रख दी ओर अपना एक हाथ उसकी छाती पर रख दिया ओर मेरा हाथ बिल्कुल उसकी छाती पर था. मगर डर भी लग रहा था कि वो उठी तो क्या कहेगी. मैं उसकी छाती को मसलने लगा ओर लंड को भी आगे पीछे करने लगा. chudaibhaise
The post लंड चुसवाने का मज़ा ही कुछ और है.. appeared first on Antarvasna.
]]>The post भैया के साथ सुहागरात मनाई appeared first on Antarvasna.
]]>यह बात आज से 3 साल पहले की है। जब मैं अपनी बुआजी के यहाँ घूमने गई थी और बुआजी बीमार भी थीं.. तो मैं वहाँ एक महीना रहने के लिए आई थी।
ठंड के दिन थे.. जनवरी का महीना था।
वहाँ मेरे भैया यानि की बुआजी के लड़के थे.. जो मुझे देख कर बहुत खुश हुए।
उनका नाम सचिन है.. वो मुझे अपनी सबसे अच्छी बहन मानते थे और मुझे बहुत प्यार करते थे।
जब मैं बुआ के घर पहुँच गई तो फूफा जी बुआ को हस्पताल दिखाने ले गए और उनको वहीं भरती कर देना पड़ा और वो घर वापस नहीं आ पाईं और उस रात को घर में सिर्फ हम दोनों ही थे, वो भी अकेले..
Hindi sex kahani – मुस्लिम सब्ज़ीवाले ने मेरी बड़ी चूची वाली बीवी को चोदा
रात को खाना खा कर जब हम दोनों सोने चल दिए तो भैया ने कहा- दो बिस्तर की क्या जरूरत है.. आज एक बिस्तर में ही सो जाते हैं।
तो हम दोनों एक बिस्तर में ही लेट गए।
भैया को कपड़े निकाल कर सोने की आदत है.. तो वो कपड़े निकाल कर मेरे पास आ कर लेट गए।
मुझे बहुत अजीब सा लगा.. क्योंकि मैं आज तक किसी लड़के के साथ ऐसे नहीं लेटी थी।
भैया मेरी पढ़ाई के बारे में पूछने लगे और अपनी पढ़ाई के बारे में बताने लगे।
थोड़ी दर बात करने के बाद मुझे नींद आने लगी तो मैं भैया से कह कर सोने लगी।
वे भी सोने लगे।
अभी कुछ ही देर हुई होगी कि भैया का लंड मेरे पीछे मेरी गाण्ड में घुसने तो तैयार सा लगा।
तो मैंने अपने हाथ से हटाने के बहाने उसे छू कर देखा.. तो वो बहुत मोटा और लंबा था और गरम भी हो रहा था।
भैया भी अभी तक सोए नहीं थे।
Hindi sex kahani – देहाती चाची की जमके चुदाई की
जैसे ही मैंने उनके लंड को छुआ तो उन्होंने मुझे अपनी बाँहों में भर लिया और मुझे चुम्बन करने लगे।
मुझे भी अच्छा लग रहा था क्योंकि ये सब मेरे साथ पहली बार हो रहा था।
मैं भी उनको चुम्बन करने लगी।
भैया ने पूछा- तेरा कोई ब्वॉय-फ्रेण्ड है क्या?
तो मैंने मना कर दिया। वैसे भी मेरा कोई ब्वॉय-फ्रेण्ड था भी नहीं..
भैया मुझे चुम्बन करते रहे, वे कभी गालों पर चूमते, कभी मेरे होंठों पर.. कभी पेट पर..
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, मेरी चूत गीली हो गई थी।
थोड़ी देर बाद भैया ने मेरी सलवार में अपना हाथ डाल दिया। मुझसे भी रहा नहीं गया तो मैंने भी उनके अंडरवियर में हाथ डाल दिया।
फिर भैया ने मेरी सलवार का नाड़ा खोल दिया और पैन्टी नीचे करके मेरी चूत को चाटने लगे।
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।
फिर भैया ने मुझसे कमीज उतारने को कहा तो मैंने बिना देर किए अपना कमीज उतार दिया और ब्रा भी उतार दी।
अब मैं बिल्कुल नंगी भैया की बाँहों में थी। वो मेरी चूचियों को दबा रहे थे और पी भी रहे थे।
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।
Hindi sex kahani – ससुर ने गांड मारी बरसात में
थोड़ी देर बाद भैया अपना लंड हाथों में लेकर बोले- अब इसे अपने मुँह में ले ले।
मैंने कभी ऐसा किया नहीं था तो मैंने मना कर दिया।
उन्होंने अपनी कसम दी.. तो मैंने उनका लंड अपने मुँह में ले लिया।
थोड़ी देर चुसवाने के बाद उन्होंने अपना सारा माल मेरे मुँह में निकाल दिया।
फिर हम थोड़ी देर चुम्बन करते रहे।
चूमा-चाटी के बाद भैया का लंड फिर से खड़ा हो गया और वो मेरी चूत पर लवड़ा रख कर मुझसे बोले- मुझे होंठों से चुम्बन कर और नीचे अपनी जाँघों को ढीला कर..
मैंने ऐसा ही किया.. कुछ पलों तक चुम्बन करने के बाद उन्होंने एक जोरदार धक्का मारा उनका आधा लंड मेरी चूत में चला गया।
मुझे बहुत दर्द हुआ.. मेरी चीख निकल जाती.. अगर भैया के होंठ मेरे होंठों में ना चिपके होते।
मेरी चूत से खून भी निकल रहा था..
इससे पहले मुझे थोड़ा आराम मिलता.. कि भैया ने एक और धक्का मारा.. अब पूरे का पूरा लंड मेरी चूत में समा गया।
फिर थोड़ी देर बाद जब मैं सामान्य हुई तो उन्होंने मुझसे पूछ कर धक्के मारने शुरू कर दिए।
करीब 10-12 मिनट की चुदाई के बाद मैं और भैया एक साथ झड़ गए।
भैया ने अपना लंड और मेरी चूत मेरी पैन्टी से साफ़ की और मुझे दर्द की गोली ला कर दी।
उस रात भैया ने मुझे 3 बार चोदा.. चुदाई करने के बाद हम नंगे ही सो गए।
बुआजी दो दिन बाद आईं.. इन दो दिनों में हमने खूब मज़े किए।
Hindi sex kahani – लंड और गांड का मिलन
एक बार तो मैं दिन में रसोई में भी चुदी…
उस दिन के बाद भैया मेरे लवर बन गए और भी एक साल बाद मैं दोबारा बुआजी के घर गई तो बुआजी और फूफाजी कहीं बाहर चले गए तो भैया ने मेरी माँग भर दी और मुझे अपनी घरवाली बना लिया.. वे मुझे साड़ी पहनाने लगे।
मुझे साड़ी पहना कर उन्होंने मुझसे कहा- आज हमारी सुहागरात है।
हमने सुहागरात मनाई।
आज भी हम दोनों सब के सामने भाई-बहन हैं और अकेले में पति-पत्नी की तरह रहते हैं।
अब मेरे भैया मेरी जान बन गए हैं।
मैंने उनका नाम प्यार में ‘जानू’ रखा है। हमें जब भी मौका मिलता है चुदाई जरूर करते हैं।
तो दोस्तो, यह थी मेरी पहली चुदाई की कहानी। कैसी लगी आपको..
The post भैया के साथ सुहागरात मनाई appeared first on Antarvasna.
]]>